नगराज दर्पण समाचार
विजय माल्या ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”लोन वसूली ट्रिब्यूनल ने माल्या की कंपनी KFA का लोन 6,203 करोड़ रुपये तय किया है, जिसमें 120…
सरकार ने घोटाले से ज्यादा रकम वसूली, तो तड़पड़ाने लगा विजय माल्या, आंकड़ों की दुहाई देकर मांग रहा इंसा विजय माल्या ने लोन लेकर बैंकों को बड़ा चूना लगाया था. देश छोड़कर भागने के बाद सरकारी जांच एजेंसियों ने माल्या की संपत्ति को नीलाम करना शुरू किया
नयी दिल्ली, 19 दिसंबर (भाषा) भगोड़े कारोबारी विजय माल्या ने कहा कि वह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और बैंकों के उन पर बकाया कर्ज से दो गुना से अधिक कर्ज वसूलने के लिए राहत की मांग करेंगे।वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के संसद में, कुर्क संपत्तियों से 14,130 करोड़ रुपये से अधिक की वसूली किए जाने की जानकारी देने के बाद माल्या ने यह टिप्पणी की है।माल्या ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘ ऋण वसूली अधिकरण ने केएफए (किंगफिशर एयरलाइंस) का ऋण 1200 करोड़ रुपये ब्याज सहित 6203 करोड़ रुपये आंका है।’’उन्होंने लिखा, ‘‘ वित्त मंत्री ने संसद में घोषणा की कि ईडी के जरिये बैंकों ने मुझसे 6203 करोड़ रुपये के ऋण के विरुद्ध 14,131.6 करोड़ रुपये वसूल लिए हैं और मैं अब भी एक आर्थिक अपराधी हूं।’’माल्या ने कहा, ‘‘ जब तक ईडी और बैंक कानूनी रूप से यह साबित नहीं कर देते कि उन्होंने दोगुना से अधिक कर्ज कैसे ले लिया, मैं राहत पाने का हकदार हूं और मैं इसके लिए प्रयास करूंगा।’’सीतारमण ने वर्ष 2024-25 के लिए अनुदानों की अनुपूरक मांगों पर मंगलवार को लोकसभा में चर्चा के दौरान कहा था कि भगोड़े विजय माल्या की 14,131.6 करोड़ रुपये की संपत्ति सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को वापस कर दी गई है।
माल्या ने लिखा, ‘‘ सरकार और मेरे कई आलोचक कहते हैं कि मुझे केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के आपराधिक मामलों का जवाब देना है। सीबीआई ने कौन से आपराधिक मामले दर्ज किए हैं? ’’कभी एक भी रुपया उधार न लेने और कोई चोरी नहीं करने का दावा करते हुए माल्या ने कहा, ‘‘ …लेकिन केएफए ऋण के गारंटर के रूप में मुझ पर सीबीआई ने आईडीबीआई बैंक के अधिकारियों सहित कई अन्य लोगों के साथ मिलकर धोखाधड़ी से आईडीबीआई बैंक से 900 करोड़ रुपये का ऋण प्राप्त करने का आरोप लगाया है, जिसे उनकी ऋण समिति और निदेशक मंडल द्वारा विधिवत अनुमोदित किया गया था। पूरा ऋण और ब्याज चुकाया गया। नौ साल बाद धोखाधड़ी और धन के दुरुपयोग का कोई निर्णायक सबूत क्यों नहीं है?’’भारत, ब्रिटेन से माल्या के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है।माल्या ने पहले भी ‘‘ सार्वजनिक धन’’ का 100 प्रतिशत चुकाने की पेशकश की थी, लेकिन आरोप लगाया कि बैंकों और सरकार ने उनके प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है।