नगराज दर्पण समाचार
प्रयागराज।मुख्यमंत्री द्वारा पशुओं में लंपी वायरस को रोकने के लिए दिए गए सख्त निर्देश के बाद प्रशासनिक अमला सक्रिय हुआ है । जिसके बाद उठाए गए कदमों से बीमारी के संक्रमण में भारी कमी आई है । प्रदेश के जिन जिलों में इस वायरस का संक्रमण तेजी से हुआ था उसमे प्रयागराज जनपद भी शामिल है । प्रयागराज में इस वायरस के संक्रमण में भारी कमी आई है । इधर प्रशासन की तरफ से गोवंश के टीकाकरण का अभियान भी युद्ध स्तर पर चल रहा है।
जिले में पहुंची 4.72 लाख लंपी वैक्सीन डोज
योगी सरकार द्वारा सूबे में पशुओं में फैले लंपी के संक्रमण को रोकने के लिए दिए गए निर्देशों के बाद प्रशासनिक अमला एक्शन मोड में आ चुका है । प्रयागराज में इसके प्रसार को रोकने के लिए पशुपालन विभाग पूरी तरह मिशन मोड में काम कर रहा है । प्रयागराज के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अनिल कुमार के मुताबिक जिले में सरकार की तरफ से अब तक चार लाख 72 हजार लंपी की वैक्सीन पहुंच चुकी है । जनपद में 1 लाख 76 हजार गोवंश को लंपी का टीका भी लगाया जा चुका है । हालात पूरी तरह सामान्य हो रहे हैं । गौरतलब है कि प्रयागराज में 5 लाख 60 हजार 567 गोवंश मौजूद हैं । जिले के 160 गांव में इस वायरस का संक्रमण हुआ था जिसे तेजी से कम किया गया है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि वर्तमान में जिले में केवल 158 गोवंश में लंपी का संक्रमण है । अभी तक केवल 6 गोवंश की इस वायरस के संक्रमण से मृत्यु हुई है ।
टीकाकरण के लिए पशुपालन विभाग ने बनाई 80 टीमें
जिले में लंपी वायरस का संक्रमण रोकने के लिए वैक्सीनेशन का अभियान तेजी से चल रहा है। जिला पशु चिकित्सा अधिकारी बताते हैं कि जनपद में इस वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए आवश्यक वैक्सीन उपलब्ध होने के बाद इसके वैक्सीनेशन के लिए 80 टीमें बनाई गई हैं । लगातार ब्लॉक स्तर पर भी विभाग के कर्मचारी शिविर लगाकर पशुओं का वैक्सीनेशन कर रहे हैं । पशुपालन विभाग की तरफ से लगातार पशुपालकों को इस बीमारी के लक्षण और इसके बचाव को लेकर जागरूक करने के लिए 25 टीम भी सक्रिय है जो गांव-गांव जाकर लोगों को उसकी जानकारी दे रही हैं ।
पशुओं के अंतर्जनपदीय परिवहन पर लगी है रोक
लंपी वायरस के संक्रमण को प्रभावी रूप से कम करने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से जनपद में बाहर से पशुओं के आने और जनपद से पशुओं के बाहर जाने पर सख्ती बरती जा रही है । अंतर्जनपदीय परिवहन पर पूरी तरह रोक लगा दिया गया है । वायरस से संक्रमित पशुओं को अन्य पशुओं से पूरी तरह अलग कर दिया गया है ताकि इसका संक्रमण आगे न बढ़ने पाए। जनपद के सभी 126 गोआश्रय स्थलों में सघन टीकाकरण अभियान चलाकर सभी मवेशियों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है ।