
पिछले कुछ दिनों में प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अनेक ऐतिहासिक कार्य हुए। चंद्रयान की सफलता ने भारत का गौरव बढ़ाया। चंद्रमा पर शिव-शक्ति और तिरंगा नामकरण किया गया। अध्यक्ष के रूप में भारत ने जी 20 का अभूत पूर्व शिखर सम्मेलन आयोजित किया। पूरी दुनिया में भारतीय संस्कृति और विरासत का ऐसा उद्घोष पहले कभी नहीं हुआ था। कनाडा के प्रधानमंत्री के बचकाने बयान का माकूल जबाब दिया गया। नए संसद भवन में अधिवेशन का शुभारंभ किया गया। यह पहला अधिवेशन भी ऐतिहासिक रहा। तीन दशक के बाद महिला आरक्षण का विधेयक पारित किया गया। नारी शक्ति का वंदन हुआ। सफलता की इस पृष्ठभूमि में नरेंद्र मोदी की काशी यात्रा का विशेष महत्व था। काशी के एमपी और देश के पीएम की दुनिया में सराहना हो रही है। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा भी नारी शक्ति वंदन विधेयक पारित होने की प्रशंसा की गई। भारत ने दुनिया के सामने मिसाल पेश की है। प्रधानमंत्री की काशी यात्रा विकास की दृष्टि से भी महत्त्व रही। काशी को अनेक सौगात दी। इसमें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम व अटल आवासीय विद्यालय शामिल है। स्टेडियम बनने के बाद बनारस की आर्थिक स्थिति और सशक्त होगी। काशी सांसद संस्कृति महोत्सव प्रतियोगिता के दस विजेताओं का सम्मान भी खेलो भारत की सफलता को दर्शाने वाला है। संसद खेल प्रतियोगिता काशी-2023 पोर्टल भी लांच हुआ। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की आधारशिला रखना भी विकास का प्रमाण है। नारी शक्ति अधिनियम पास होने पर देश को संदेश दिया गया। संपूर्णानंद विश्वविद्यालय के ग्राउंड में करीब पांच हजार महिलाओं को नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया। इन महिलाओं में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं, कामकाजी महिलाओं के अलावा पार्टी के अलग-अलग संगठनों से जुड़ी महिला पदाधिकारी शामिल थी। देश की मातृशक्ति के सशक्तिकरण के लिए प्रधानमंत्री ने अनेक कदम उठाये। उज्ज्वला योजना,पीएम आवास योजना,स्वच्छ भारत अभियान,, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान ट्रिपल तलाक का उन्मूलन पोषण अभियान सहित योजनाएं लागू की गई।