
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, कनाडा-भारत विवाद पर मैंने सुना कि अमेरिकियों का क्या कहना है। उम्मीद है कि उन्होंने भी सुना होगा कि इस पर मेरा क्या मानना है। मुझे लगता है कि हम दोनों ने अपने-अपने विचार व्यक्त कर दिए हैं। इसलिए मुझे सच में नहीं पता इसके अलावा मैं और क्या कह सकता हूं।’ उन्होंने आगे कहा कि इस मामले में बड़ा मुद्दा कनाडा में हिंसा और चरमपंथ की घटनाओं के संबंध में सहनशीलता है, जिसे भारत द्वारा उठाया गया है। उन्होंने कहा, श्कोई भी घटना अलग-थलग नहीं होती। हर चीज के लिए एक संदर्भ होता है और कई समस्याएं होती हैं, इसलिए व्यक्तिगत मामलों के मामले में, मुझे लगता है कि संबंधित सरकारों को एक-दूसरे से बात करनी होगी और देखना होगा कि वे इसे कैसे आगे ले जाते हैं। जयशंकर ने कहा, ‘बड़ा मुद्दा एक ओर झुकाव या एक विशेष के प्रति सहमति है और इसे ही उठाया गया है।’ उन्होंने कहा कि अगर आप भारत में किसी से कहेंगे कि कनाडा में कुछ लोग हैं, जो हिंसा भड़का रहे हैं।