Nagraj Darpan

कांगे्रस, टीएमसी और बिहार के जद(यू) व राजद समेत छोटे-बड़े 28 राजनीतिक दलों का गठबंधन ‘इंडिया’ एक तरफ भाजपा का मुकाबला करने मैदान मंे उतरा है, जिसके पास राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जैसा सुगठित और सुशिक्षित संगठन है लेकिन विपक्षी दल जिस तरह से बचपना दिखा रहे हैं, उसको देखकर जनता का उस पर विश्वास नहीं जम पाएगा। अभी पिछले दिनों (8 सितम्बर) देश के कई राज्यों में उपचुनाव के नतीजे घोषित हुए तो इंडिया गठबंधन की भी चर्चा हुई थी।

विशेष रूप से उत्तर प्रदेश मंे घोसी के उपचुनाव में सपा प्रत्याशी के खिलाफ बसपा और कांग्रेस का उम्मीदवार न उतारने को लेकर अटकलें लगायी गयीं। बसपा ने हालंाकि अपने मतदाताओं से अजीबो गरीब अपील की थी, जिस पर विवाद भी हुआ लेकिन इसके बावजूद सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह ने भारी बहुमत से भाजपा प्रत्याशी दारा सिंह चैहान को पराजित कर दिया। इसी प्रकार उत्तराखण्ड की एक सीट पर उपचुनाव मंे भले ही भाजपा प्रत्याशी को विजय मिली लेकिन सीधा मुकाबला कांगे्रस से हुआ था। आम आदमी पार्टी ने प्रत्याशी नहीं उतारा था। इसलिए इंडिया गठबंधन को सशक्त प्रतिद्वन्द्वी माना जा रहा है।

इसी बीच जी-20 सम्मेलन में रात्रिभोज मंे ‘इंडिया’ के कुछ सदस्यों को आमंत्रित करने पर जिस तरह आपस मंे कलह दिख रही है, उससे लगता है विपक्षी गठबंधन अपरिपक्व है। हालंाकि इसमंे कोई संदेह नहीं कि नीतीश कुमार जैसे नेता को समझ पाना आसान नहीं है। चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ठीक ही कहते हैं कि नीतीश कुमार इंडिया मंे अगर दरवाजा देखते हैं तो एनडीए मंे उन्हें खिड़की नजर आती है। इसके बावजूद विपक्षी दलों को एकजुटता का प्रदर्शन तो करना ही चाहिए। नेताओं को व्यक्तिगत मतभेदों को किनारे रखना पड़ेगा। पश्चिम बंगाल मंे अधीर रंजन चैधरी का ममता बनर्जी को लेकर आरोप यही संकेत करता है।


जी-20 राष्ट्राध्यक्षों के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का डिनर 9 सितम्बर को हो चुका है, लेकिन इसे लेकर राजनीतिक चर्चाएं थम नहीं रही हैं। इस डिनर से विपक्ष के कुछ नेताओं का दूरी बनाना और कुछ का आना, कई राजनीतिक चर्चाओं का विषय बन गया है। खासतौर से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी से कई तरह की सुगबुगाहट तेज हो गई है। वहीं, कांग्रेस के चार में से केवल एक मुख्यमंत्री का आना और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का नदारद रहना भी कई सवाल खड़े कर रहा है। इस बीच पश्चिम बंगाल में इस डिनर को लेकर सियासत हो रही है। विपक्षी गठबंधन इंडिया के दो सहयोगी दल एक दूसरे पर हमलावर हो गए हैं। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चैधरी ने इस डिनर में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मौजूदगी पर सवाल उठाया है। वहीं, टीएमसी ने उन पर पलटवार किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *