
बजट में मिली स्वीकृति,दो से तीन साल में हो जाएंगी तैयार
शरद पाण्डेय
नई दिल्ली। जल्द ही देश के आम लोग भी लग्जरी ट्रेनों से सफर करेंगे। रेल मंत्रालय खास के साथ-साथ साधारण ट्रेनों में सफर करने वालों के लिए आधुानिक सुविधाओं से लैस ट्रेन चलाएगा, जिससे सभी वर्ग के लोग सुविधाजनक और सुरक्षित सफर कर सकें। रेल मंत्रालय ने इसके लिए ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया है। बजट में इसे स्वीकृति मिल गयी है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसका खुलासा किया है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को बताया कि मौजूदा समय सबसे लग्जरी ट्रेन वंदेभारत एक्सप्रेस है। यही वजह है कि देश में सबसे ज्यादा इस ट्रेन की डिमांड है। अब इसका स्लीपर वर्जन भी आने जा रहा है, जिससे लंबी दूरी की यात्रा करने वाले लोग शान की सवारी कर सकें। इन दोनों की संख्या बढ़ाई जा रही है। उन्होंने बताया कि स्लीपर वंदेभारत में निर्माण में आ रही बाधा को दूर कर लिया गया है।
आम लोगों की शाही ट्रेन
आम लोगों के लिए वंदेभारत जैसी सुविधाओं वाली ट्रेन अमृतभारत का एक साल का ट्रायल पूरा हो चुका है। इस श्रेणी की दो ट्रेनें पिछले वर्ष चलाई गयी थीं। रेल मंत्री ने बताया कि इनका ट्रायल पूरी तरह से सफल रहा है अब इनकी संख्या बढ़ाई जा रही है।
प्रमुख शहरों के बीच चलेगी ये ट्रेन
आसपास के दो प्रमुख शहरों के बीच चलाई गयी नमो भारत ट्रेन का ट्रायल सफल रहा है। यह ट्रेन गुजरात में गुज से अहमदाबाद के बीच चलाई जा रही है। इनकी संख्या भी बढ़ाई जा रही है। बड़े शहरों से आसपास के शहरों में जाना आसान हो।
मंत्रालय का यह है ब्लू प्रिंट
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया चार श्रेणियों की ट्रेन वंदेभारत स्लीपर-चेयर कार,अमृतभारत और नमोभारत 350 ट्रेनों के निर्माण को प्रोजेक्ट में शामिल किया गया था, जिसे बजट में स्वीकृत मिल गयी है। अब इनके निर्माण का रास्ता साफ हो गया है. ये ट्रेनें पिछले बजट में घोषित की गयी ट्रेनों से अलग हैं।
तीन साल में होंगी तैयार
रेल मंत्री के अनुसार बजट में जिस प्रोजेक्ट को स्वीकृति मिली है। उनमें अमृत भारत की 100 ट्रेनें, नमो भारत की 50 ट्रेनें( 150 किमी. प्रति घंटे की स्पीड) और 200 वंदेभारत (स्लीपर और चेयरकार) शामिल हैं। इन ट्रेनों का निर्माण में दो से तीन साल में कर लिया जाएगा। इस तरह ये 350 अतिरिक्त ट्रेनें आम और खास लोगों का सफर आसान करने जा रही हैं । रेल मंत्री ने कहा कि भारतीय रेलवे इस वित्त वर्ष के अंत तक 1.6 बिलियन टन कार्गो के लक्ष्य को छूने का लक्ष्य रखने के लिए दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा माल ढुलाई करने वाला रेलवे बन जाएगा।केंद्रीय रेल मंत्री ने कहा कि केंद्रीय बजट विकास भारत के लिए एक रोडमैप है।
हाई स्पीड ट्रेनों के बारे में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत का लक्ष्य 7 हजार किलोमीटर हाई स्पीड रेल नेटवर्क होना है जो 2047 तक 250 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से काम करेगा। स्थिरता के बारे में बात करते हुए, रेल मंत्री ने उल्लेख किया कि भारतीय रेलवे वित्त वर्ष 2025-26 के अंत तक 100 प्रतिशत विद्युतीकरण प्राप्त कर लेगा। इसके अलावा, बजट में गैर-जीवाश्म ऊर्जा के स्रोत के रूप में छोटे मॉड्यूलर रिएक्टरों की घोषणा की गई है, भारतीय रेलवे हमारे विद्युतीकरण प्रयासों में अग्रणी होगा।