
बेतिया के रास्ते गोरखपुर और पटना के बीच वंदे भारत ट्रेन चलाने की मांग
नगराज दर्पण समाचार
हाजीपुर। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को बेतिया में एक समारोह में नवनिर्मित सड़क ऊपरी पुल (आर.ओ.बी.) को महिलाओं के माध्यम से आरओबी पुल को राष्ट्र को समर्पित किया। इस दौरान उपस्थित सांसद एवं जनसमूह ने रेल मंत्री से बेतिया के रास्ते गोरखपुर और पटना के बीच वंदे भारत ट्रेन चलाने की मांग की। इस पर उन्होंने विचार करने का आश्वासन दिया और कहा कि जल्द ही पूरे भारत में कई वंदे भारत ट्रेनें चलायी जाएगीं । रेल मंत्री द्वारा अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकसित किये जा रहे बेतिया स्टेशन के 3 डी मॉडल का भी अवलोकन किया ।
इस अवसर पर रेल मंत्री ने कहा कि वर्ष 2009 से 2014 के बीच बिहार में रेलवे के विकास के लिए प्रतिवर्ष औसतन 1,132 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया जाता था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल के बजट में बिहार को रेलवे के लिए रिकॉर्ड 10 हजार 66 करोड़ रूपये का बजट दिया है । यानी पिछली सरकार की तुलना में करीब-करीब नौ गुना अधिक बजट आवंटित किया है। इसी रिकॉर्ड बजट का परिणाम है कि बिहार में नई रेल लाइनों के निर्माण, विद्युतीकरण, नई ट्रेनों का संचालन, स्टेशनों का विकास, यात्री सुविधाओं में बढ़ोतरी के कार्य रिकॉर्ड स्तर पर किए जा रहे हैं ।उन्होंने कहा कि बिहार में रेलवे के समग्र विकास हेतु 95 हजार 566 करोड़ रूपए का इंवेस्टमेंट किया जा रहा है जिससे अगले 05 वर्षों में बिहार में रेलवे का नेटवर्क का कम्पलीट ट्रांसफॉर्मेशन होने वाला है । उन्होंने कहा कि बिहार में चल रहे प्रोजेक्ट के लिए फंड की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी बिहार में 2009 से 2014 के मध्य जहां औसतन प्रतिवर्ष 64 किमी नई लाइन का निर्माण होता था वहीं 2014 से 2025 के मध्य प्रतिवर्ष औसतन 167 किमी नई लाइन का निर्माण हुआ है, जो लगभग 2.6 गुणा ज्यादा है । आपके बताते हुए खुशी हो रही है कि बिहार में 2014 से अब तक 1832 किमी नई रेल लाईन का निर्माण किया जा चुका है जो मलेशिया के कुल रेल नेटवर्क के बराबर है । इसके साथ ही बिहार में 2014 से 3020 किलोमीटर रेलवे ट्रैक का विद्युतीकरण किया गया है । इसी का परिणाम है कि आज बिहार में शत-प्रतिशत विद्युतीकरण हो चुका है ।
उन्होंने कहा कि अमृत भारत स्टेशन के तहत चम्पारण के आसपास के प्रमुख स्टेशनों जैसे – बेतिया, बापूधाम मोतिहारी, नरकटियागंज, रक्सौल आदि सहित बिहार में कुल 98 स्टेशनों का पुर्नविकास किया जा रहा है। इसके साथ ही इस क्षेत्र में रेलवे अवसंरचना के विकास हेतु नरकटियागंज-रक्सौल-सीतामढ़ी-दरभंगा रेलखंड के दोहरीकरण कार्य की कैबिनेट द्वारा मंजूरी दी गयी है । वर्तमान में वाल्मीकिनगर-सगौली एवं सगौली-मुजफ्फरपुर रेलखंड का दोहरीकरण कार्य चल रहा है। इसके पूर्ण हो जाने से इस क्षेत्र में और कई ट्रेनों का परिचालन संभव हो पाएगा । रेल मंत्री स्पेशल ट्रेन द्वारा मुजफ्फरपुर पहुंचे जहां उन्होंने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकसित किये जा रहे मुजफ्फरपुर जं. के 3डी मॉडल का भी अवलोकन किया ।