
नगराज दर्पण समाचार
इस चुनाव में दिल्ली में 60.45 फीसदी मतदान हुआ, जिसमें पाकिस्तान से आए कुछ हिंदू भी शामिल थे, जिन्होंने इस साल मतदान किया। मतदान के बाद, इन शरणार्थियों ने अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए खुशी जाहिर की।
दिल्ली में 60.45% वोटिंग: 28 विधानसभा क्षेत्रों में 60% से कम रहा मतदान, 2008 के बाद पड़े सबसे कम वोटDelhi Vidhan Sabha Chunav 2025 में इस बार 60.45 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके साथ ही दिल्ली के चुनावी रण में उतरे 699 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया है। अब आठ फरवरी को आने वाले नतीजों पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं। दिल्ली के सभी 11 जिलों में उत्तर पूर्वी दिल्ली से सबसे अधिक 66 प्रतिशत मतदान हुआ।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Vidhan Sabha Chunav 2025) में लगातार दूसरी बार मतदान के प्रतिशत में गिरावट हुई और पिछले तीन चुनावों के मुकाबले इस बार सबसे कम मतदान हुआ। इसका कारण यह है कि पिछले तीन चुनावों जैसा इस बार मतदाताओं में उत्साह नहीं था।किन सीटों पर पड़े सबसे ज्यादा वोट?इस वजह से दिल्ली के एक भी विधानसभा क्षेत्र में भी मतदान का आंकड़ा (Delhi Voting Percentage) 70 प्रतिशत नहीं पहुंच पाया और 28 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान 60 प्रतिशत से भी कम रहा है।
2013 के चुनाव में बढ़ा था मतदानअसल में वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव भ्रष्टाचार व लोकपाल जैसे मुद्दों से लोग गोलबंद हुए थे। इस वजह से वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में बढ़ा था और 66 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ था। इसके बाद वर्ष 2015 के चुनाव में पानी माफ, बिजली हाफ व मोहल्ला क्लीनिक के मुद्दे पर मतदाता लामबंद हुए। इसके बाद वर्ष 2020 के चुनाव में 4.87 प्रतिशत मतदान कम होने के बावजूद 62 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ था। इस बार किसी एक दल के प्रति मतदाताओं में गोलबंदी नहीं देखी गई।मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में भी वोट बंटते दिखे। इस वजह से मतदाताओं में उत्साह थोड़ा कम रहा। अब मतदान के बाद आठ फरवरी आने वाले नतीजों पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं। शनिवार को 19 मतगणना केंद्रों पर सुबह आठ बजे से वोटों की गिनती होगी।