
मोरक्को सुबह जबरदस्त भूकंप के झटकों से हिल उठा। ये देश के इतिहास में अब तक सबसे तेज भूकंप रहा है। भूकंप की वजह से 600 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। मोरक्को में आए भूकंप से ऐतिहासिक शहर मराकेश भी प्रभावित हुआ है, यहां पर कई ऐतिहासिक इमारतों को नुकसान पहुंचा है। पश्चिमी अफ्रीका में मौजूद इस देश में आए भूकंप की वजह से बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.8 रही। इसे शक्तिशाली भूकंप की कैटेगरी में रखा जाता है। भूकंप के झटकों के 19 मिनट बाद 4.9 तीव्रता का एक और भूकंप आया, जिसकी वजह से और भी ज्यादा तबाही मची।
मोरक्को के गृह मंत्रालय ने बताया है कि अब तक भूकंप की चपेट में आकर 632 लोगों ने जान गंवाई है। घायलों की संख्या 329 बताई गई है। इस बात की डर बना हुआ है कि भूकंप में हताहतों की संख्या बढ़ भी सकती है। देश के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ जियोफिजिक्स के प्रमुख का कहना है कि यह 100 सालों में आया सबसे शक्तिशाली भूकंप है। उन्होंने कहा कि भूकंप का केंद्र दक्षिण-पश्चिम मोरक्को में अल-हौज क्षेत्र था। भूकंप का केंद्र 18.5 किमी की गहराई में था। इसकी लोकेशन मराकेश शहर के दक्षिण-पश्चिम में लगभग 72 किमी और ओकाइमेडेन शहर से 56 किमी पश्चिम में रही। भूकंप इतना ज्यादा तेज था कि पूरा इलाका हिल उठा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोरक्को में आए भूकंप पर दुख जताया है। उन्होंने एक्स पर लिखा, मोरक्को में भूकंप से हुई लोगों की मौत से अत्यधिक दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में, मेरी संवेदनाएं मोरक्को के लोगों के साथ हैं। भारत इस मुश्किल वक्त में मोरक्को को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुतारेस ने कहा है कि वह मोरक्को में आए भूकंप की वजह से दुखी हैं।