Nagraj Darpan

नगराज दर्पण समाचार
प्रयागराज । नैनी औद्योगिक क्षेत्र का कायाकल्प करने का सिलसिला तेज हो गया है । इलाके में बंद पड़ी औद्योगिक इकाइयों को नए सिरे से सक्रिय करने के लिए योगी सरकार ने वृहद योजना तैयार की है । इस योजना के अंतर्गत बंद पड़ी इकाइयों को नए औद्योगिक समूह को देकर वहां औद्योगिक गतिविधियों को रफ्तार दी जाएगी ताकि लोगों को रोजगार मिल सके।

औद्योगिक क्षेत्र के कायाकल्प की हुई शुरुआत

    नैनी औद्योगिक क्षेत्र एक दौर में उद्योगों का क्लस्टर होता था । लेकिन पिछली सरकारों की लगातार अनदेखी  और उनके दौर में खराब कानून व्यवस्था के चलते यहां से औद्योगिक निवेशकों का मोह भंग होने लगा। औद्योगिक घराने यहां से रुखसत होने लगे। योगी सरकार में भय मुक्त वातावरण की स्थापना और प्रदेश सरकार की निवेश प्रोत्साहन नीति के बाद यहां पर फिर से बड़े औद्योगिक समूह की वापसी हुई है । नैनी औद्योगिक क्षेत्र में बंद पड़ी भारत पंप एंड कंप्रेशर लिमिटेड की जमीन को औद्योगिक विकास प्राधिकरण को सौप दिया गया है जिसके बाद औद्योगिक विकास की नई संभावनाएं तलाशी गई हैं। इलाके में हिंदुजा समूह की कंपनी अशोक लीलैंड को यहां इलेक्ट्रिक व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने के लिए जमीन दी गई है ।

हिंदुजा ग्रुप के संग 1000 करोड़ का हुआ एमओयू

 नैनी औद्योगिक क्षेत्र में हिंदूजा ग्रुप की कंपनी अशोक लीलैंड इलेक्ट्रिकल व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करेगी। इसी के तहत अशोक लीलैंड ने प्रदेश सरकार के साथ 1000 करोड़ का एमओयू साइन किया है । इस इलाके में यह कंपनी 100 एकड़ की जमीन पर 1000 करोड़ के फर्स्ट पेज के साथ इलेक्ट्रिकल व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करना चाहती है । कंपनी के आला अधिकारियों ने बंद पड़ी बीपीसीएल की जमीन का स्थलीय निरीक्षण भी किया है। 

पूर्वी यूपी का निर्माण हब बनाने की तैयारी

    योगी सरकार की तरफ से हिंदूजा ग्रुप को यहां उद्योग स्थापना के लिए हरी झंडी मिलने के बाद अन्य औद्योगिक समूहों को भी लाने का प्रयास किया जा रहा है। इस जमीन पर पूर्वी यूपी में निर्माण का नया हब विकसित करने की तैयारी प्राधिकरण ने की है। नैनी स्थित यह जमीन पूर्ण विकसित औद्योगिक इलाके में है। इस इलाके में इंटीग्रेटेड मैन्यूफैक्चरिंग क्लस्टर की स्थापना की जाएगी। प्रयागराज में श्रम सस्ता होने और पूरे देश से यहां की सीधी कनेक्टिविटी होने से इसका  इंडस्ट्री पर  सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

      प्राधिकरण ने लखनऊ और प्रयागराज दोनों के ही विकल्प दिए थे। भारत पंप की जमीन पर निर्माण इकाइयां लगाने की तैयारी है, ताकि इस क्षेत्र का अधिक से अधिक विकास हो सके।

मयूर महेश्वरी
मुख्य कार्यपालक अधिकारी
यूपीसीडा

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